विश्व स्वास्थ्य दिवस और हम

विश्व स्वास्थ्य दिवस और हम

आज विश्व स्वास्थ्य दिवस है।इस समय पूरी दुनिया कोरोना वायरस के प्रभाव से जूझ रही है, ऐसे में इस दिन का महत्व और भी बढ़ जाता है। आज ही के दिन साल 1948 में विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना हुई थी।विश्व स्वास्थ्य संगठन, जिसे डब्ल्यूएचओ (WHO)के नाम से जाना जाता हैं, यह संयुक्त राष्ट्र का हिस्सा है। इसका प्रमुख कार्य विश्व में स्वास्थ्य समस्याओं पर नजर रखना और इसके निवारण में मदद करना है। विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाने की शुरुआत साल 1950 में हुई थी।

इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य वैश्विक स्वास्थ्य और उससे जुड़ी समस्याओं पर विचार-विमर्श करना है।पूरे विश्व में समान स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं के बारे में जागरूकता फैलाने के साथ ही स्वास्थ्य संबंधी अफवाहों और मिथकों को दूर करना भी इसका उद्देश्य है। लोगों को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने की अवधारणा भी इस दिवस विशेष को मनाने के पीछे रही है। विश्व स्वास्थ्य दिवस 2021 का उद्देश्य ‘एक निष्पक्ष और स्वस्थ दुनिया का निर्माण’ रखा गया है। इस समय दुनिया स्वास्थ्य संबंधी कई सारी समस्याओं से जूझ रही है, ऐसे में बहुत जरूरी है कि आगे चलकर स्वस्थ दुनिया का निर्माण हो, इसलिए विश्व स्वास्थ्य संगठन इस ओर कार्य करेगा।

लेकिन कोई भी संस्था अपने उद्देश्य में तब तक सफल नहीं हो सकती, जब तक पूरा समाज इसमें सहयोग न दे। इस कोरोना माहमारी के दौर में तो हम सब की जिम्मेदारी और भी बढ़ गई है। अभी भी बहुत से लोग इस बीमारी की भयावहता को एक मजाक के तौर पर ले रहे हैं। इस माहमारी की शुरुआत से लेकर अब तक पूरे विश्व में लाखों लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। हमारे सामाजिक जीवन के साथ साथ हमारी अर्थव्यवस्था को भी इसने बहुत बुरी तरह से हिलाकर रख दिया है ।इस नकारात्मक दौर ने हम सबके मानसिक स्वास्थ्य पर भी दुष्प्रभाव डाला है। हमारे डाक्टर, स्वास्थ्य कर्मचारी इससे निपटने में दिन रात एक कर रहे हैं, फिर भी लोग हर जगह लापरवाह हो कर घूमते दिखाई दे रहे हैं, वह भी मास्क लगाने और सामाजिक दूरी बनाए रखने के निर्देशों को ताक पर रख कर। मेलों, राजनीतिक रैलियों, पर्यटन स्थलों; इन सब भीड़ भाड़ वाली जगहों पर आना जाना कोई इतना भी जरूरी नहीं कि अपने स्वास्थ्य को दांव पर लगा दिया जाए। पर यह एक सामान्य प्रवृत्ति है इंसान की कि उसे जिस बात के लिए मना किया जाए, उसे वहीं करना है। पर यह समय खुद को बचाने का है। जीवित रहे और स्वस्थ रहें तो अवश्य ही फिर से पुराने दिनों को लौटा पाएंगे। इसलिए पूरी सावधानी बरतें, वेक्सीनेशन का लाभ उठाएं और एक अच्छे नागरिक के फ़र्ज़ का निर्वहन करते हुए खुद को स्वस्थ रखने का प्रयास करें, इसी में इस दिन की सार्थकता है। बस इतनी सी प्रार्थना है :

आरोग्य हो हर जन, स्वस्थ सब नर नार हों
विश्व के हर कोने में अब खुशियों का विस्तार हो
समाप्त हों सब व्याधियां, कष्टों को दूर करें
संपूर्ण मानवता में उत्तम स्वास्थ्य का प्रसार हो

अपने सबल मनोबल से हर बीमारी से हम लड़ें
कोरोना काल को निपटने में तन मन से सब जुड़ें
हे प्रभु! आपत्तियों को अब तो दरकिनार कर
विश्व कल्याण की भावना का हर जन में संचार हो ..

सीमा भाटिया
साहित्यकार
पंजाब, भारत

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