अनावरण/अन्वेलिंग

अनावरण/अन्वेलिंग

यह कहानी सच्ची घटनायों का एक समूह, जहां कुछ भी काल्पनिक नहीं है,न नाम,न जगह और न ही वर्णित घटनायें।

एक

कहानी बोइसर से शुरू करते है जो महाराष्ट्र का सबसे बड़ा औद्यौगिक छेत्र है। 18 माई को गोरेगांव में काम करने वाला एक टेक्नीशियन,अरूण मौर्य (29)को खून की उलटी हुई।पड़ोसियों की मदद से पत्नी कविता (22),उसे अस्पताल ले जाती है,पर अरूण बच नहीं पाता।कविता के बताने पर कि अरूण चार -पाँच दिनों से बीमार चल रहा था,पुलिस एक्सीडेंटल डेथ रिकार्ड करती है पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पाया जाता है कि पेट में गहरी लगी चोट लगने के कारण अरूण की मौत हुई।पुलिस को शक होता है और अरूण का मोबाइल फोन सीज कर लेती है। अरूण के फोन के विडियो क्लिपिंग से यह बात खुल कर सामने आ जाती है कि 14 मई से ही कविता अरूण को प्रताड़ित कर रही थी ,ताना मारती थी उसके बेरोजगारी पर।अरूण फोन का विडियो ऑन रखा,और उसे खिडकी पर रख दिया था।
सारा मामला साफ था।कविता को हिरासत में भेज दिए गया।
लॉकडाउन की वजह से अरूण को नौकरी से हाथ धोना पड़ा था!

दो

बोइसर से ही एक कहानी और, किरदार,निशा एडीजे, 31 वर्षीय महिला। लॉकडाउन से तबाह प्रवासी मजदूर किसी भी तरह अपने गाँव जाना चाहते थे।ऐसे ही बेबस 15 मजदूरों को निशा ने अपना निशाना बनाया,तीन तीन हजार ली हरेक से,उन्हें यूपी का ट्रेन टिकट दिलवाने का भरोसा देकर। पुलिस छापे में सिर्फ दस हजार बरामद हुए,बाकी निशा खर्च कर चुकी थी।

तीन

कहानी को यूपी लिए चलते हैं। लॉकडाउन के चक्कर में 19 वर्षीय गोलडी की ,विरेन्द्र राठौर से 4 मई की शादी को टालनी पड़ी। जब मई के अंत तक भी लॉकडाउन खुलने के कोई आसार नजर नहीं आये,तो
हमारे कहानी कि किरदार,गोलडी,(कानपुर देहात की रहने वाली)अपने घर-परिवार को बिना बताये,पैदल निकल पडी। 12 घंटे भूखे -प्यासे, 80 किलोमीटर चल कर ,विरेन्द्र के घर कन्नौज पहुँच गई!सब आश्चर्यचकित,पर खुश! अगले दिन सोशल डिस्टेंसिअंग के साथ,दोनों विवाह के बंधन में लॉक-इन हो गए !

चार

बुंदेलखंड की तरफ रूख करते हैं जहाँ बृज गोपाल पटेल के 15 वर्षीय बेटे, नीरज की मृत्यु तालाब में डूबने से हो जाती है। लॉकडाउन के कारण तेरहवीं न कर पाये तो खवाजा गाँव के पटेल समाज की पंचायत बृज तथा उसके परिवार वालों के वहिष्कार का आदेश दे दिया। इस भीषण गर्मी में कुऐ से पानी भरने पर भी पाबंदी लगा दी गई, जब तक “मृत्यु -भोज” न हो।बृज ने पुलिस को शिकायत दर्ज की है।

पाँच

इधर खजुराहो में कुछ विपरीत ही देखने को मिला।एक सुरेन्द्र सिंह के 98 वर्षीय पिता की तेरहवीं पर,भोज-भात में खर्चा न कर, सुरेंद्र सिंह दस हजार रूपयों की पी पी ई खरीद,वहाँ के अस्पताल में दिया!!

छः(क)

लॉकडाउन के चालीसवे दिन कई राज्यों में सशर्त शराब की दुकाने खोली गईं, यू पी भी उनमें से एक था।लखनऊ शहर का नजारा सुबह से ही बदला हुआ दिखा। खाली रहने वाली सड़कों पर सुबह सात बजे से, ही कहीं आठ तो कहीं नौ बजे से पहले ही शराब खरीदने वालों की लाइन लग गई। कई इलाकों में तो लाइन आधे से एक किलोमीटर तक लंबी थी!सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाने के लिए पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी। कई जगह लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियां उड़ा दीं।
ऐसी ही स्थिति बाकी सभी राज्यों में थी!

छः(ख)

मामला इतना गंभीर हो गया कि सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर कहा गया कि कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान शराब की होम डिलिवरी होनी चाहिए। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम आदेश पारित नहीं करेंगे लेकिन साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सरकार को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए इसके होम डिलिवरी पर विचार करना चाहिए।

छः (ग)

अब आखिरी पड़ाव मथुरा-वृंदावन । सरकार के मंजूरी के बावजूद वहां के मंदिर अपना पाट दर्शनार्थियों के लिए नहीं खोले ।निर्णय लिया गया कि एक एल ई डी स्क्रीन बाहर लगा दी जायेगी, भक्तों के दर्शन के लिए।तो इस्कॉन बांके बिहारी,मुकुट मुखराविअंद सभी बंद रहे।कारण था सरकार का मैनडेटरी निर्देश कि अल्कोहल बेस्ड सैनिटाईजर का इस्तेमाल अनिवार्य है!

गौर करने वाली बात है कि नॉवल कोरोना वायरस अपने साथ सिर्फ संक्रामक कोविद 19 लाया ।जिन्हें पहले से मौजूद बीमारियाँ थी,उन्हे आसानी से अपने चपेट मे लिया।

कविता का अपने पति अरूण की निर्मम हत्या, अरूण का उस हालत में भी विडियो रिकार्डिंग करना,निशा का गिद्ध जैसा गरीब प्रवासी मजदूरों से पैसा नोंचना,गोल्डी का दृढ़संकल्प ,बृज के परिवार का पंचायत द्वारा वहिष्कार, सुरेन्द्र का पी पी ई दान देना तेरहवीं पर,शराब की खरीददारी पर इतना हंगामा कि उच्चतम न्यायालय में पी आई एल पड़ा,राज्यों को हिदायत कि शराब के होम डिलिवरी पर विचार करें और नहले पर दहला,मथुरा-वृंदावन में मंदिरों का न खुलना क्योंकि हैंड सैनिटाइजर में एलकोहौल है….सब पहले से ही समाज में और हममें मौजूद थे प्री एक्सिसटिन्ग।सामाजिक कोमौरबिडिज और अच्छाईयों को अदृश्य नॉवल कोरोना वायरस सिर्फ अनावृत्त किया,हमें आईना दिखाया। अन्वेलिंग हुई।

कविता झा
प्रधान मुख्य आयकरआयुक्त
एन ई आर

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