शुभेच्छा
संप्रेषित कीजै सब अभिव्यंजनाएं
साकार होवें सब मधुर कल्पनाएं
खंडित हो जाएं कलुषित वर्जनाएं
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं ।।
पल्लवित हों सम्यक संकल्पनाएं
झेलनी न पड़े कभी अवहेलनाएं
स्पर्श करे नहीं आपको प्रवंचनाएं
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं ।।
कलम से निर्गत हों अधिसूचनाएं
नाम से जारी हों कई परियोजनाएं
संयमित वाणी त्यागे अतिरंजनाएं
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं ।।
मनीष सिंह “वंदन”
जमशेदपुर, झारखंड