पर्यावरण में फिर से हरा रंग भरें
आओ मिलकर वैश्विक अर्थव्यवस्था को हम हरित करें,
इस बेरंग होते पर्यावरण में फिर से हरा रंग भरें।
ग्लोबल वार्मिंग जो हो रहा भूमंडल नाशक है,
पेड़ों के काटने से जो बनी स्तिथी नाजुक है.
आओ मिलकर कोई उपाए हम त्वरित करें,
इस बेरंग होते पर्यावरण में फिर से हरा रंग भरें.
ज़हरीला धुआं, शोरगुल वातावरण प्रदूषित हैं,
ठोस -अवशिस्ट ,पॉलीथिन धरती को दूषित करते हैं.
आओ बंजर होती धरा को हम पुष्पित-पल्लवित करें,
इस बेरंग होते पर्यावरण में फिर से हरा रंग भरें.
कल-कारखानो के अवशिस्ट नदियां प्रदूषित करते हैं,
नदी-तालाब,झरने- कुओं के स्वाद भी अब बिगरते हैं.
आओ सूखती दूषित नदिओं में स्वच्छ -शीतल जल भरें।
इस बेरंग होते पर्यावरण में फिर से हरा रंग भरें.
पवन-चक्की ,सौर-ऊर्जा,जैव-ईंधन की बुनियाद रखें,
जलविद्युत शक्ति ,भूताप शक्ति से भविष्य निर्माण करें,
आओ इन नवीकरणीय शक्तिओं से एक नया युग निर्मित करें,
इस बेरंग होते पर्यावरण में फिर से हरा रंग भरें.
डा. श्वेता सिन्हा
अमेरिका