Amma

Amma My mother was full of natural grace, Strong, beautiful dynamic pace, Moulded her children with iron hands, Not like footprints on seashore sands. Like four seasons of the year, Changed her moods without fear, Protected her creations from heat or rain, No storm could discourage or make her vain. Like a hawk she watched…

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मातृ दिवस

मातृ दिवस मां तो मां ही होती है, हर मां की अपनी अलग पहचान अलग कहानी होती है। शायद पहले कभी ये न समझ पाए कि ये भी कोई खास चीज कहलाती है। क्योंकि हर सांस में शायद वो बसती थी,आज भी मेरे हर कोने में उसकी ही छवि मेरे अंदर दिखती है। और अब…

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Invocation

Invocation To You, Our Lady of life The distinct You bridge the hearts of our world You deceive the sun not to set to offer a heavenly embrace Generously you endure the pain Wisely You dominate bright horizons Your tears become earth’s breath Your hands are solid rocks You scatter clouds in your passage Oh,…

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Mother’s Tears

Mother’s Tears Her face is full of fine lines It becomes more obvious when her heart is touched Her body, which was already old, looked more and more fragile When her soul covered with sweat Her hands were shaking, her voice was boisterous When the tears melted Pandemic, tackle his dream come true Her dream…

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माँ

माँ मां की महिमा कोई कैसे कहे । है अपरंपार जगत में माँ ।। हर मुश्किल का हल है माँ । अनगिन पुण्यों का फल है माँ ।। अपनी हर संतान की खातिर। अमृत सा प्रभावी जल है माँ ।। माँ के जैसा कोई और नहीं मां के जैसी माँ ही है ना ।। है…

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आखिर माँ है क्या ?

आखिर माँ है क्या ? भगवान!!! तुमने क्या खूब कमाल दिखया खुद सब जगह नहीं हो सकते इसलिये “”माँ ” बनाया। आखिर माँ है क्या??? क्या वो? जिसने जीव का दुनिया से परिचय कराया, इक मांस के लोथड़े को “जिंदगी” का जामा पहनाया या फिर वो जिसने हर कदम पर अपनी औलाद का हौसला बढाया,…

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मां के सपने

मां के सपने कितने सपने संजोए थे तूने, हम सबके संग, कितने सपने थे तुम्हारी आंखों में, कितनी कल्पनाएं थी, तुम्हारे आंखों में चमक, जिन्दगी जीने की ललक, एक उल्लास मन में लिए, सबको संवारा बड़ी लगन से, अपनी सजग नयन से, कई सपने भी टूटे, फिर भी !! तुम मुस्कुराती रही, हम-बच्चों के संग,…

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माँ है तो संसार है

माँ है तो संसार है माँ है तो संसार है बिन उसके न प्यार है। माँ की ममता तो ईश्वर का दिया उपहार है।। स्नेह अपार प्यार क्या न दिया माँ ने हमे। माँ की ममता में ही तो जीवन का सार है।। दूर होकर भी जो सदा दिल मे बसती है । एक जरा…

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माँ.. ममत्व और मातृत्व

माँ.. ममत्व और मातृत्व परमपिता ने हर रूह में बसाया मातृत्व भाव… अहो, पर जगत में आज बंधु ममता का देखो कैसा है अभाव.. कि मानव मानव के ही खून का बन बैठा है प्यासा देखो देखो तो जाकर के पाओगे हर मां का कलेजा दिन रात है फटता, आत्मा से निकलती चित्कार, आह चेहरा…

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माँ

माँ मां! मां! मुझे तुमसे कुछ कहना है आईने में जब-जब निहारती हूँ ख़ुद को मैं स्वयं में बस तुम्हारी ही छवि पाती हूँ स्वयं के प्रति तुम होती थी लापरवाह जब काम और व्यस्तता का देकर हवाला तुम निपटाकर चौके चूल्हे के काम को नहा धोकर और पूजा का थाल सजाकर तुम माथे पर…

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