My Dad

My Dad Dear Dad, I thank you! To me it was told, of times before I could remember, How on Sundays Dad used to feed me. Once I blew a mouthful of spinach on him And his white, starched ironed Sunday cotton shirt, Turned out looking spotted, with dark green spots. Spinach I didn’t like,…

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पिता एक उम्मीद

पिता एक उम्मीद पिता -चाँद सितारों में निखर उम्मीद की किरण बन जाते है। नई उम्मीद के साथ ख़ुशियों जहाँ बसा जाते हैं । पिता,पिता के प्यार से गूँजती सारा भु मंडल हैं । उदगार सजा रखा धरती मैया है । पिता- बच्चों के दिल किताबों में प्यार सजा रखा हैं । पन्ने की हरकत…

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एक पत्र पिता के नाम

एक पत्र पिता के नाम (मेरे पापा जिनको मैंने कोरोना काल में खो दिया उनको समर्पित) कलम से एक पत्र लिखा है आज लिखा है उनको जो हैं शायद नाराज़ तभी तो अब नहीं कभी आती उनकी आवाज़ जाने कहां चले गए वो जिनपर था मुझको नाज़ न किया कोई गिला न शिकवा किया मुझसे…

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एक पत्र

एक पत्र प्यारे पापा वैसे तो हर दिन आप मुझे याद आते हो सारे दिन आपके है ऐसा कौन सा दिन है जो आप याद नही आते । आज भी आपकी बड़ी- बड़ी , भरी -भरी आँखे मुझे देखती नजर आती है ।आज भी आप मेरे साथ हो ।आपकी आवाज़ आज भी कानों में गूंजती…

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पापा

पापा अंगुली थाम के बहुत चलाया पापा तुमने, जब-जब गिरा मैं बहुत प्यार से उठाया तुमने, मेहनत कर दिन-रात था पापा पढ़ाया तुमने, हरदम सच्ची राह पे चलना सिखाया तुमने। जब-जब ठोकर लगी यही था सिखाया तुमने, देखके सामने चलो पाठ ये पढ़ाया तुमने, जब रस्ते में मुश्किल आई रोक के मुझको, धैर्य और विश्वास…

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कैसे लिखूं तुम्हें मैं

कैसे लिखूं तुम्हें मैं कैसे लिखूं तुम्हें मैं, कैसी तस्वीर बनाऊँ? मन और काय की भाषा, परिभाषा लिख न पाऊँ। उंगली थाम सिखाया चलना, सतपथ की दिशा बताई। साहस नित ही रहे बढ़ाते, तुमने जीत की राह दिखाई। हर कठिनाई सरल बनी, हर सम्भव हल बतलाया। संस्कार भरे संस्कृति सिखलाई, स्वाभिमान का अर्थ बताया।। उसी…

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