“गृहस्वामिनी को वार्षिकोत्सव की शुभकामना”
“गृहस्वामिनी को वार्षिकोत्सव की शुभकामना” वार्षिकोत्सव के संग आज़ हर घर पहुंची गृहस्वामिनी, साहित्य कर्म मानवता धर्म को समर्पित हमारी यह दैनंदिनी। महिलाओं की यह पत्रिका महिलाओं की यह सहगामिनी, महिलाओं द्वारा हीं है संचालित साहित्य समृद्धशालिनी। सफर संघर्ष भरा शुरू हुआ था छ: बरस कहीं पहले, एक-एक कलम के सिपाही जोड़ काम…