ऊंगली पकड़ कर तुमने….
ऊंगली पकड़ कर तुमने…. साठ के दशक में जन्में हम सब एक ऐसी बिरादरी का हिस्सा हैं, जो कि न बहुत पुरानी सोच के मोहताज हैं, और न ही बहुत नई तड़क-भड़क में विश्वास रखते हैं। और हमारी ऐसी सोच को बनाया, सजाया संवारा और एक रूप रेखा दी है हमारे माता-पिता ने। दहलीज के…