प्यार

प्यार

प्रेम
प्यार
इश्क़
उल्फत
शब्द अनेक ,
मतलब एक,
अनुभूति एक,
अभिव्यक्ति अनेक।

ईश्वर से प्यार,
एहसास ए उल्फत खुदा से,
देता है सुकून
महफ़ूज़ रहने का अहसास।

एक माँ का प्यार,
दुलार, ममत्व,
वात्सल्य से भरे आँखों से
कर देता है व्यक्त,
शब्दों का नहीं है मोहताज।

एक शिशु का प्यार,
अस्फुट , अस्पष्ट,
हृदय के स्पंदन ,
मासूम मुस्कान से,
बख़ूबी करता है बयान।

प्यार दोस्त से,
मित्र, सहेली से,
होती है बडी न्यारी,
बेबाक़ निश्छल ,
उन्मुक्त हवा सी बहती,
झरने की कलकल,
चिड़ियों की कलरव,
बंधन मुक्त पर मज़बूत ।

इश्क़ में
प्यार में दिवानापन,
एक दूसरे की चाहत में
मर मिटने को तैयार,
प्यार की ख़ातिर
दुनिया की परवाह किए बग़ैर
एक दूसरे में खो जाना।

जीवन साथी का प्यार,
एक अटूट विश्वास,
प्यार का प्यारा सा बंधन,
प्रेम से एक दूसरे का सहारा,
हमसफ़र बन ज़िन्दगी की डगर पर चलना।

प्यार संपत्ति है,
अनमोल ख़ज़ाना है,
अपने दिल की तिजोरी में
हर पल संम्भाल कर रखना है,
प्यार का वजूद,
उसके अहसास से है,
प्यार की धुरी पर ,
संसार चलायमान है।

अनिता सिन्हा
गुजरात

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