क्यों हिंदी
क्यों
भाषा
सुंदर
भाती नही
कतराते हैं
सोचने की बात
पले हैं बोल हिंदी
है
कुष्ट
संकीर्ण
मानसिक
विचार दिखे
क्यों होये सोचे
करे सम्मान हिंदी
हो
घर
शिक्षा
हो मान
उपयोग
सोच विचार
देवनागरी है
मीठी भाषा है हिंदी
है
हिंदी
सदियों
मनोहर
सदियों से
नकल करें
लोग गर्व करें
हिंदी छोड़ अंग्रेजी
डॉ आशा गुप्ता”श्रेया”
जमशेदपुर, झारखंड