डॉक्टर-एक फरिश्ता
डॉक्टर धरती का एक फरिश्ता है,
मरीजों का दिल से एक रिश्ता है,
मरीजों का नब्ज देख भांप वो लेता,
हिम्मत, हौसला बुलंद रखता,
हरदम दिमाग से काम वो लेता,
बचाकर जीवन वो कितनों की,
बनाया सबसे एक रिश्ता है,
वो !!!!!
एक डॉक्टर नहीं फरिश्ता है,
कितने मरीजों को जीवन दान दिया,
कष्टों व पीड़ा का हरण किया,
वक्त-बेवक्त खड़ा रहता वो..
अपना सारा जीवन !!!
मानवता की सेवा में बिता दिया,
अनजान की खातिर नींद त्यागते,
सेवा-सुश्रुषा कर प्राण बचाते,
खुद का कोई ध्यान न रहता,
फिर भी !!!!
कर्त्तव्यों से मुंह न मोड़ता,
करते रहते चिन्तन दिन-रात,
मिल जाए बेहतरीन उपाय,
नई खोजों में सर खपाते,
मरीजों को भयंकर बीमारी से बचाते,
वो !!!
डॉक्टर नहीं फरिश्ता है,
मरीजों से अनजाना रिश्ता है…
पद्मा प्रसाद