![कलियों को सुरभित होने दो](https://www.grihaswamini.com/wp-content/uploads/2022/10/png_20220925_235028_0000.png)
कलियों को सुरभित होने दो
कलियों को सुरभित होने दो बीत गए पचहत्तर वर्ष देश को आजाद हुए, आ गया आजादी का अमृत महोत्सव काल। पर क्या सच में आजाद हुई आधी आबादी, क्या उसका भी चल रहा है स्वर्णिम काल? किया विचार किसी ने इस पर भी कभी? क्या सच में उन्नत हो रहीं नारी सभी अभी? आए दिन…