कस्तूरबा गाँधी से एक काल्पनिक मुलाकात

कस्तूरबा गाँधी से एक काल्पनिक मुलाकात खट्दर की साड़ी, ढँका हुआ सिर, माथे पर गोल बिंदी, कलाई में सादी चूडियाँ – इस छोटी दुबली — पतली महिला को देखकर विश्वास ही नहीं हुआ कि उसमें कितनी शक्ति समाहित है। उसकी उपस्थिति से ही कमरा जैसे जीवंत हो गया। कमरा खचाखच भरा हुआ है। सबके मन…

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नई राष्ट्रीय शैक्षिक नीति और उच्च शिक्षा प्रणाली

नई राष्ट्रीय शैक्षिक नीति और उच्च शिक्षा प्रणाली नई राष्ट्रीय शैक्षिक नीति (NEP) 2020 भारत में शिक्षा के सभी स्तरों पर परिवर्तनों लागू करने का प्रयास है, जिसमें देश में शिक्षा की nai समझ- स्कूलों, कॉलेजों और शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के दृष्टिकोण में बदलाव की आवश्यकता पर बल है एनईपी ने मानव संसाधन विकास…

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शिक्षा नीति 2020 मे शिक्षक

शिक्षा नीति 2020 मे शिक्षक आखिरकार चौंतीस वर्षों की प्रतीक्षा के बाद नई शिक्षा नीति 2020 का आगमन हो गया है,जिसके ड्राफ्ट को केबिनेट ने जुलाई 2019 मे मंजूरी दे दी है जो अबतक की शिक्षा नीतियों से कई मायनो मे अद्भुत और अद्वितीय है,जिसमे बहुत बारीकी से हर पहलू पर विभिन्न अध्यायों के अंतर्गत…

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नई शिक्षा नीति और प्राथमिक शिक्षा

  नई शिक्षा नीति और प्राथमिक शिक्षा भारतीय शिक्षा का इतिहास अगर देखा जाए तो यह तब से है जब से भारतीय सभ्यता का इतिहास है । सभ्यता के साथ साथ निरंतर भारत में शिक्षा की अविरल धारा प्रवाहित होती ही रही है । आज से पूर्व भारतीय समाज में शिक्षा की रूपरेखा जो थी…

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GLOBAL BHAGAVAD GITA CONVENTION, 2020. (Online Event)

GLOBAL BHAGAVAD GITA CONVENTION, 2020. (Online Event) Universal Message of the Bhagavad Gita. Jai Guru. Inspired by Poojya Swamiji, Center for Inner Resources Development-North America (CIRD-NA) has planned the 4th Global Bhagavad Gita Convention (GBGC) from 10 – 12 October, 2020 (Sat, Sun, and Mon). This year’s convention is an online event. The theme is…

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राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर

राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर रामधारी सिंह दिनकर जिन्हें हम ‘जनकवि’ और ‘राष्ट्रकवि’ के नाम से भी जानतें हैं और जो बिहार ही नहीं वरन् पूरे भारत के साहित्यिक आकाश में सूर्य के समान दैदिप्यमान नक्षत्र थें, हैं और रहेंगे… यथा नाम तथा गुण…. । यूं तो दिनकर की ख्याति एक वीर रस के कवि के…

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विषाद

विषाद बड़ी मुश्किल से वीजा मिला था – तीन महीनों के लिए। स्टुडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम में। ऑक्सफोर्ड की बात ही अलग है। तीन महीने काम, फिर एक महीने के लिए रश्मि आ जाएगी और वो थोड़ा घूम लेंगे। इंग्लैंड जाने का उसका बहुत पुराना सपना था और वह किसी भी तरह उसको हासिल करना चाहता…

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शजर

शजर इक पिता सा छाँव करता था शजर कमनिगाही भी वो सहता था शजर । (शजर:वृक्ष कमनिगाही : उपेक्षा) ख़ुद की तो उसने कभी परवाह न की, दूसरों के सुख से सजता था शजर । उसकी बाहों में तसल्ली पाते थे, आसरा पंछी का बनता था शजर । नाच उठता था हवा की ताल पे,…

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ब्रह्मांड

ब्रह्मांड तूने रचा ऐसा ब्रह्मांड ईश्वर मेरे लिऐ। रहने को धरती दी , नक्षत्रों से भरा आकाश। सूर्य, चन्द्र, नदी, वन ,उपवन वायु प्राण आधार तूने रचा ऐसा ब्रह्मांड, ईश्वर मेरे लिऐ। सूर्य, चन्द्र समय से आते, ऋतुएं भी आती और जाती। फल फूल समय से खिलते, अन्न का भरा भंडार तूने रचा ऐसा ब्रह्मांड,…

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पर्यावरण संरक्षण

“पर्यावरण संरक्षण “ धरती कहे पुकार के जरा देख मुझे संतान मेरे अपने ह्रदय के प्यार से अपनी चक्षु की नमी से कब समझोगे मेरा प्रेम जो सदा है समर्पित तुम्हारे लिए सदियों से और तुम लुटते हो मेरा सौन्दर्य मेरी मुस्कान चीर देते हो मुझे मेरी ये पीड़ा जो समझोगे कभी मैं हूँ इंतजार…

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