जीत जाएंगे हम
सुबह-सुबह कोयल की
मधुर धून सुनकर
यूं लगा जैसे कह रही हो
थोड़े दिन की ही तो है बात
कुछ वक्त बितालो साथ
माना हर वक्त है कीमती
पर अभी घर पर रहने में
ही है सबकी सलामती
इन लम्हों को न भूलें हम
सकारात्मक सोच के साथ
ऐसा कुछ कर दिखाएं हम
ये पल भी बन जाए यादगार
कभी तो मिला है मौका
दफ्तर काम घर बैठे करने का
सारे काम मिल-जुलकर करने की
प्रेरणा लिए साथ
प्रकृति आगाह कर रही
अब भी संभल रे मानव
छोटे-कोरोनावायरस ने
विश्व में मचाया हाहाकार
फिर भी मुझे है पूरा यकीन
जीत जाएंगे हम
आरती अयाचित
भोपाल