जयति जय माँ शारदे
जयति जय माँ शारदे।
जयति जय माँ शारदे।
मां बागेश्वरी,वीणापाणि,
ज्ञान की देवी,हँसवाहिनी,
बुद्धि का मां वर दे,
जयति जय माँ शारदे।
जयति जय माँ शारदे।
धवल वस्त्र है, सौम्य स्वरूपा,
कमलदलआसन,विद्द्यारूपा,
चरणों में ये शीश झुका दूँ,
तन,मन, धन सर्वश्व लुटा दूँ,
अंधकार इस पूरे जग का,
ज्योतिर्मय कर हर दे,
जयति जय माँ शारदे।
जयति जय माँ शारदे।
ब्रम्हचारिणी,हे माता सुहासिनी,
पद्मलोचना,श्वेतवसन धारिणी।
आरती गाऊँ, दीप जलाऊँ।
मां तेरा आशीष मैं पाऊँ।
द्वार खड़ा जग तेरे दर पर,
झोली सबकी भर दे।
जयति जय माँ शारदे।
जयति जय माँ शारदे।
शोभा किरण
जमशेदपुर,झारखंड