ऑटिज्म डे
दो अप्रैल दिवस बना है खास,
ऑटिज्म दूर करने का ले मन में विश्वास,
चले सभी आज ऑटिज्म डे मनाने,
कि मन में हो जगे ऐसे पीड़ितों के लिए एहसास।
है ऑटिज्म एक बुरी मानसिक बीमारी,
जिसके कारण दिखती है पीड़ित के मन में लाचारी,
होती मानसिक विकास की गति धीमी,
नन्हें बच्चों में दिख जाए इसके लक्षण सारी।
ग्रसित व्यक्ति में दिखे असामान्य व्यवहार,
स्वलिन हो या फिर दुहराए कोई चीज बार बार,
भूले चीजों को बहुत ही जल्दी वो,
करें सबसे वह असामान्य व्यवहार विचार।
नीला रंग है ऑटिज्म की बनी निशानी,
बड़ी मुश्किल है इसको पहचानी जानी,
भारत में प्रति 110 में एक बच्चा दिखे ऐसा,
जिसको ऑटिज्म ग्रसित है सबने मानी।
रखें उनका भरपूर ख्याल और दें दुलार,
अकेलेपन का न होने दें कभी शिकार,
जब मिल जाता है उनको भरपूर तवज्जो,
दूर हो जाये उनके मन से यह विकार।
आओ मिलकर इस दिवस हम एक प्रण लें,
ऑटिज्म का नाश हो ऐसा यत्न हम करें,
दे भरपूर वैसे पीड़ितों पर हम ध्यान,
प्यार और दुलार से दूर कर दें उनका ये विकार।
रूचिका राय
सीवान, बिहार