हिंदी दिवस
हिंद देश की हिंदी भाषा कितनी है आसान,
सूरज जैसी बिंदिया है मेरे भारत की शान।
बनाओ राष्ट्र भाषा, करें हम सब अभिलाषा।
सबसे प्यारी सबसे मीठी हिंदी हिंद की आन,
सूर कबीरा और रसखाना मीरा की पहचान।
बनाओ राष्ट्र भाषा, करें हम सब अभिलाषा।
भाषाओं की बड़ी बहिन है नहीं किसी से बैर,
बावन अक्षर वाली भाषा सबकी मनावै ख़ैर।
बनाओ राष्ट्र भाषा, करें हम सब अभिलाषा।
जैसा कहते वैसा लिखते ख़ुशबू है चहुँ ओर,
दुनियाँ में परचम लहराती हिंदी का ओर न छोर।
बनाओ राष्ट्र भाषा, करें हम सब अभिलाषा।
हिमगिरि सी है भव्य अचल और पावन जैसी गंगा ,
लहर लहर लहराये जैसे उच्छल जलधि तिरंगा ।
बनाओ राष्ट्र भाषा, करें हम सब अभिलाषा।
भारत की पहिचान है हिन्दी ,हिन्दी हिन्दू हिंदुस्तान,
अपने आँचल ख़ूब समेंटे उर्दू संस्कृत सभी ज़ुबान।
बनाओ राष्ट्र भाषा, करें हम सब अभिलाषा।
नव रसों से रसभरी हरिदास बैजू भक्तिवान,
अस्मिता है हिंद की संस्कृत सुता है शक्तिवान।
बनाओ राष्ट्र भाषा, करें हम सब अभिलाषा।
डॉक्टर शशि गुप्ता,
न्यू जर्सी,अमेरिका