क्या है हिन्दी..?
“हिंदी” क्या है..?
एक भाषा,
जो संस्कृत से जन्म लेकर
संस्कृति का निर्माण करती है..?
एक संस्कृति..?
जो किसी उन्नत सभ्यता को
पहचान दिलाती है..?
एक सभ्यता…?
जिसमें मिट्टी की पकड़ है
सोंधी सी प्राकृतिक महक है..?
एक सोंधी सी खुशबू…?
जो आत्मा में बसती है
ईश्वरीय अहसास कराती है..?
एक स्वरूप..?
जो स्वयं परमात्मा का
धरती पर अवतार लाती है..?
या फिर,
स्वयं कृष्ण..?
जिनकी ‘गीता’ सारे संसार का
सत्य से साक्षात्कार कराती है..?
प्रश्न तो कई हैं,पर उत्तर है एक
हिंदी में ही है शक्ति वो नेक
जो सुदृढ़ मिला दे,विविधताएँ दुनिया की
अटल बना दे,वह नींव बुनियादी,
जिस पर खड़ा हो यह समस्त जहान
दे ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ का नारा महान
सौहार्द्र,योग और आत्मा की सीख
हिंदी मिटा सकती है आतंक की चीख
अनुवाद कर शास्त्र और वेद हमारे
संस्कार बिखरा सकती है सब के द्वारे
हिंदी में है ईश्वर-दर्शन की अभिलाषा
बनाना है इसे संयुक्त राष्ट्र संघ की भाषा…
अर्चना अनुप्रिया
पटना, बिहार