कोरोना वायरस और हृदय रोगी

कोरोना वायरस और हृदय रोगी

कोरोना वायरस की शुरुआत 2019 के आखिर में ,चीन के वुहान प्रांत के सीफूड और पॉल्ट्री बाजार में हुई और देखते ही देखते आज यह पूरी दुनिया में फैल गई।अब यह एक गंभीर समस्या बन गई है। भारत इससे अछूता नहीं है और मरीजों की तादाद तेजी से बढ़ती जा रही है। भारत सरकार ने स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए पूरे देश को लॉकडाउन में रखा है। यह बहुत ही आवश्यक और कारगार कदम है और देश के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि इसे सफल बनाने में हरसंभव योगदान दें।

कोरोना वायरस के लक्षण 

कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों में लक्षण संक्रमण होने के 2 से 14 दिनों के बाद दिखाई देते हैं। यह लक्षण अधिकतर सौम्य होते हैं और सामान्य रूप से इनकी उपेक्षा की जाती है। करीब 80 प्रतिशत लोग बिना किसी विशेष इलाज के ठीक भी हो जाते हैं। हालांकि कुछ खास श्रेणी के मरीजों में बीमारी से खतरा अधिक होता है- यथा डायबिटीज के मरीज, 60 वर्ष से अधिक आयु के लोग, ब्लड प्रेशर के मरीज, ऐसे लोग जिन्हें पहले हार्टअटैक अथवा हार्ट फेल्योर की समस्या रही हो या फिर ऐसे लोग जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कम हो – जैसे कैंसर के मरीज। इन लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।

कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों के लक्षण कुछ इस तरह के होते हैं –

*बुखार
*सुखी खाँसी
*थकान
*साँस लेने में तकलीफ

 

कैसे फैलता है कोरोना वाइरस ?

कोरोना से संक्रमित मरीज या उसके द्वारा फैले जीवाणु के संपर्क में आने से यह वायरस फैलता है। इस बीमारी के मरीज के खाँसने से या छींकने से आती बूंदों के साथ संपर्क करके अपनी आँखों , नाक या मुंह को छूने से यह वायरस शरीर में प्रवेश करता है ।

इस बीमारी से बचने के लिए जरूरी है ‘सामाजिक दूरी’ अर्थात कम से कम एक मीटर की दूरी जिससे वायरस के संक्रमण से काफी हद तक बचा जा सके।

क्या कुछ हार्ट संबंधित दवाइयों के इस्तेमाल से कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है?

सोशल मीडिया पर कुछ खबरें चल रही थी कि ब्लड प्रेशर की कुछ खास दवाइयाँ एसीई इन्हीबिटर (ACE inhibitors)| एआरबीएस(ARBs) खाने वाले लोगों में कोरोना संक्रमण का खतरा अधिक होता है। इन खबरों के आधार पर कई लोगों ने अपनी नियमित चलने वाली दवाइयां रोक दीं और इस वजह से उच्च रक्तचाप के कारण कई परेशानियों को उन्हें झेलना पड़ा । ऐसे कुछ लोगों से अपने क्लीनिक में मिलना भी हुआ और यह देखकर आश्चर्य एवं दुख हुआ कि बस सोशल मीडिया की खबर से उन्होंने अपनी जान जोखिम में डाल दी थी।

हालाँकि इसके पश्चात अमेरिकन कॉलेज ऑफ कॉर्डियोलॉजी , यूरोपीयन सोसायटी ऑफ कॉर्डियोलॉजी जैसी विश्व की बड़ी संस्थाओं ने अपनी ओर से स्टेटमेंट जारी कर इस भय को बेबुनियाद बताया और उन्हें नियमित दवाइयाँ खाते रहने की सलाह दी हैं।

 

घर के अंदर ही कैसे अपनी देखभाल करें हृदय के मरीज?

1) हृदय संबंधित सभी दवाइयां समय से लेते रहें ।सोशल मीडिया या किसी के भी कहने से इन्हें बंद करने की गलती ना करें । किसी भी तरह की शंका हो तो अपने चिकित्सक से बात करें और सलाह लें।

2) यदि आपको उच्च रक्तचाप और |या मधुमेह की शिकायत है तो इसका नियंत्रण रखें । लॉकडाउन की अवधि में घर पर उपयोग होने वाले उपकरण- होम बीपी मशीन (Home BP machine), ग्लूकोमीटर (Glucometer) आपके बहुत काम आ सकते हैं ।

3) खाना समय से लें। हल्का और सुपाच्य खाना अभी बेहतर होगा । हालाँकि मांसाहार खाने से कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं होता , फिर भी शाकाहार का उपयोग अभी अच्छा रहेगा ।

4) घर में रहने से अगर आपका टहलना, घूमना और व्यायाम प्रभावित हो रहा तो परेशान ना हों। योग का अभ्यास और हल्का व्यायाम हर घर में संभव है। ट्रेडमिल की मशीन घर पर हो तो टहलने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं । स्पीड बहुत अधिक ना रखे। हाँ धीरे-धीरे बढ़ा सकते हैं।

5) कई बार घर में रहते रहते आपकी नींद प्रभावित होने लगती है । 6 से 8 घंटे की अच्छी नींद सुनिश्चित करें। जरूरत हो तो डॉक्टर की सलाह से हल्की दवाइयां इस दौरान ली जा सकती हैं।

6) अपने आपको व्यस्त रखें । जो चीजें आप जिंदगी की दौड़-भाग में नहीं कर पाए, अभी सबसे अच्छा समय है उन बातों को करने का । इस अवधि को एक आशीर्वाद की तरह देखें।

7) कोरोना वायरस का सटीक उपचार अभी नहीं है और ना ही टीका अभी उपलब्ध है । आगे वाले समय में यह उम्मीद है कि यह उपलब्ध हो पाएगी। बचाव ही उपाय है। समाजिक दूरी या सोशल डिस्टेंसिंग को जिंदगी में उतारे। साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें। हाथों को बार-बार साबुन से धोएं। घर से बाहर निकलने पर अपने चेहरे को अच्छी तरह से ढकें मास्क या अन्य कपड़ा का उपयोग कर सकते हैं।

बीमारी कोई भी हो , कितनी भी बड़ी हो – हम सबमें यह शक्ति है कि हम मिलकर ना केवल इसका मुकाबला कर पायें, बल्कि इस पर जीत भी हासिल कर पाएंगे।

घर में रहें सुरक्षित रहें।


डॉ विकास सिंह
एमडी (मेडिसिन), डीएम (कॉर्डियोलॉजी)
एफएसीसी, एफसीएआई ,एफएपीएसआईसी
हृदय रोग विशेषज्ञ, दक्ष हार्ट केयर ,पटना (बिहार)

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