लॉकडाउन
आया कोरोना तू कहाँ
से देश हमारे
मचा मृत्य का तांडव
विश्व भर में
मचा हड़कंप ऐसा
ज़िन्दगी ही सिमट गई
चारदीवारी में
बाज़ार हुए बंद
सड़कें सुनी
पलायन को मजबूर
घर काम से बेघर मजदूर
ऐसी मुश्किल घड़ी में
डट कर खड़े हैं
डॉक्टर नर्स मेडिकल स्टाफ
करने को देखभाल
वहीं पुलिसकर्मी सड़कों पर
थामे हैं मोर्चा
न्याय व्यवस्था बनाये रखने को
साथ ही करते जागरूक जनता को
जहां किसी को चाहिए मदद
पहुँचते वहां बन मसीहा
सफाई कर्मी भी पीछे नहीं
इस आपदा की घड़ी
पूरी सफाई का रखते ख्याल
लॉकडाउन में जब हम सब
कैद अपने घरों में
ये घर से बाहर अपने अपने
कामों में जुटे हैं बन के कर्मवीर योद्धा
पूरा राष्ट्र करता कृतज्ञ हैं इनका
जो अपनी जान की परवाह
न करते हुए
चारों पहर कर रहे ड्यूटी अपनी
ताकि हम सभी रह सकें
सुरक्षित।।
मीनाक्षी सुकुमारन
साहित्यकार
नोएडा,उत्तर प्रदेश