अपनेपन का पुष्प खिलाये रखना
समय की विषम आंधियों में आस का दीप जलाए रखना
अपने उपायों और खूबियों से
भारत को बचाये रखना
धरती देखो नभ देखो हे ईश्वर!
इस कहर से बचाए रखना
हे लाड़लों! हम साथ है ये विश्वास बचाये रखना
चलो साथियों
एकजुट हो इस दानव से जिंदगी की जंग चलाए रखना
जो जहाँ है,वही अपने को रोक लॉकडाउन रखना
समर्पण,सहयोग,बडप्पन से
अपना निर्वहन किये जाना
जो भी बन पड़े संपर्क संस्थान
जरूरतमंदों के लिए जुटाए रखना
सकारात्मकता बनाए रख हे देशवासियों!
मोदी जी के कर्फ़्यू अभियान में
सौ प्रतिशत भागीदारी
बनाये रखना
हर हाल में मानवतावादी दृष्टि कोण बनाए रखना
ये देश है मेरा अपनेपन का पुष्प
सदा खिलाये रखना
सम्पर्क सबका साथ सबका विकास का सिद्धांत अपनाए रखना
रेनू शब्दमुखर
हिंदी विभागाध्यक्ष ज्ञानविहार स्कूल,
सह सचिव राज.लेखिका साहित्य संस्थान
जयपुर, राजस्थान