फिट रहने के छः तत्व

 

 

 

फिट रहने के छः तत्व

 

फिटनेस को प्राप्त करने के लिए 6 तत्व बहुत महत्वपूर्ण होते हैं यह तत्व है

न्यूट्रीशन

फिटनेस प्राप्त करने के लक्ष्य में न्यूट्रीशन का 80 प्रतिशत भूमिका होती है। फैक्ट लूज या मसल गेन के आधार पर ही इसे डिजाइन किया जाता है जिससे कि यह हमारे बीएमआर को मेंटेन करके एक आदर्श शरीर की संरचना प्राप्त करने में हमारी मदद करें। यह जरूरी है कि सही गुणवंता और उचित मात्रा में ही न्यूट्रीशन तत्वों का सेवन किया जाए जैसे प्रोटीन ,कार्बोहाइड्रेट और अच्छे वसा के साथ-साथ माइक्रोन्यूट्रींएट्स । माइक्रोन्यूट्रींएट्स जैसे विटामिन और मिनरल्स ।

स्ट्रेंथ ट्रेनिंग

स्ट्रेंथ ट्रेनिंग में प्रत्येक मसल (पैर,पिंडली, पीठ, छाती, पेट, हाथ, कलाई आदि) को ध्यान में रखकर वेट(वजन) के साथ ट्रेनिंग को शामिल किया जाता है जो फेट लॉस और मसल गेन करने में सहायता करती है ।यह मसल्स फाइबर(तंतुओं) को एक्टिवेट करने का सबसे बेहतरीन विकल्प है। यह तब संभव होता है जब हम एक निश्चित मसल को वेट द्वारा निर्धारित एक्सरसाइज से थका देते हैं। जो है हमारे शरीर को ज्यादा ताकतवर और ऊर्जावान बनाता है। जिससे हम दिनभर उर्जावान महसूस करते हैं और अपनी दिनचर्या के कार्य को करने में बेहतर महसूस करते हैं।

कार्डियोवैस्कुलर इंश्योरेंस ट्रेनिंग

कार्डियोवैस्कुलर इंश्योरेंस ट्रेनिंग में अलग अलग तरीके के डांस से फिटनेस ट्रेनिंग की जाती है जिसमें जुम्बा, फोक और बॉलीवुड डांस फॉर्म विशेष रूप से लोकप्रिय है।यह परंपरागत दौड़ने और साइकिलिंग से अधिक मनोरंजक हैं।यह सिर्फ एक डांस नहीं बल्कि यह वो डांस है जिसे शरीर के प्रत्येक मसल को ध्यान में रखकर कराया जाता है ।इसमें फंक्शनल एक्सरसाइजेज जैसे क्रॉसफिट एक्सरसाइजेज ,स्विस बॉल एक्सरसाइजेज और किकिंग बॉक्स ट्रेनिंग शामिल है।

फ्लैक्सिबिलिटी ट्रेनिंग

फ्लैक्सिबिलिटी ट्रेडिंग में योगा सबसे प्राथमिक अभ्यास है ।इसमें विभिन्न विभिन्न प्रकार की ओम मंत्र उच्चारण, आसन और मेडिटेशन(ध्यान) शामिल होता है। यह आपके शरीर को केवल फ्लैक्सिबल ही नहीं बल्कि रिलैक्स और स्ट्रेस फ्री भी बनाता है ।विभिन्न प्रकार के योगासन आप को विभिन्न प्रकार के रोगों से लडने मे सहायता करती है।यह एक मात्र ट्रेनिंग है जिसमें शरीर मन और आत्मा तीनों शामिल होता है।

मेडिटेशन (ध्यान)

आज की भागदौड़ वाली जिंदगी में लोग भावनात्मक असंतुलन से पीड़ित है जो स्ट्रेस(चिंता) और डिप्रेशन(अवसाद) जैसी बीमारियों से ग्रसित हैं ।लोग जहां मानसिक रोगों से जूझ रहे हैं उनके लिए आवश्यक है रोज कुछ मिनट मेडिटेशन (ध्यान)करना। मेडिटेशन के माध्यम से आप अपनी अंतरात्मा को पहचान सकते हैं जो आपको सही रास्ता दिखलाता है।आपको प्रत्येक स्थिति को विश्लेषण और सही निर्णय लेने के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ एक सकारात्मक दिशा में भी ले जाता है। यह व्यक्तिगत और व्यवसायिक जीवन में सफल होने के लिए सबसे अच्छा माध्यम है।

रिलैक्सेशन

परंपरागत मालिश के जरिए रिलैक्सेशन किया जाता है। ट्रेनिंग के दौरान मसल्स में लैक्टिक एसिड संचित हो जाती है जिसे मालिश के द्वारा दूर किया जाता हैं। साथ ही साथ ट्रेनिंग के दौरान होने वाले दर्द , सूजन और थकान से भी मालिश मुक्ति देती है। मालिश हमें ऊर्जावान तरोताजा और तनावमुक्त करके अगले दिन के ट्रेनिंग के लिए तैयार कर देता है।

हर एक तत्व एक दूसरे के बिना अधूरा है इसीलिए प्रत्येक फिटनेस तत्व एक दूसरे को पूर्ण बनाती है ।हर व्यक्ति को इन सारी फिटनेस तत्व कोध्यान में रखकर ही अपने परम फिटनेस लक्ष्य को प्राप्त करना चाहिए।

 

कोमल सिंह

फिटनेस ट्रेनर एवं न्यूट्रीशियन

प्रोपराइटर एण्ड फाउंडर ऑफ लव योर सेल्फ

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