गृहस्वामिनी दीपोत्सव
गृहस्वामिनी परिवार के प्रत्येक सदस्य ने अपने परिवार के साथ साथ एक दूसरे से तस्वीरे शेयर कर मनाई दीपावली।
एक दीप तुम प्यार का, रखना दिल के द्वार,
यही दीप का अर्थ है, यही पर्व का सार।।
दीप हृदय में कर गये, खुशियों का बौछार,
आज प्रेम से हम करें, दीपों का सत्कार।।
केसर, चन्दन घर लगे, रोली अक्षत द्वार,
सजी दीप की अल्पना, किरणें वन्दनवार।।
फूल -पंखुड़ी तन हुआ, हृदय हुआ अब दूब,
दीप -पर्व के ताल में, हम सब जायें ड़ूब।।
शुभ दीपावली