मां शारदे
जय मां शारदे,हे मां शारदे,
हम सबको शुभ वर दे,
विद्या का असीम भंडार भर दे,
गागर में सागर भर दे,
तू तो ज्ञान का रुप है,
अज्ञानता का अंधकार मिटा दे,
जीवन को सार्थक कर दे,
हम सब सुंदर सृजन करें,
संस्कारों से शोभित कर दे,
विद्या का वरदान दे,
तूने ही बुद्धि बल देकर,
तूने ही हमें संवारा है,
धवल वस्त्र,कमल पे विराजे,
हाथों में वीणा,मुकुट है साजे,
नमन है, नमन है
जय मां शारदे
पद्मा प्रसाद
साहित्यकार
जमशेदपुर, झारखंड